गंगा दशहरा 2023 के दिन करें ये उपाय (Ganga Dussehra 2023 Upay) गंगा दशहरा के दिन घर के हर हिस्से में गंगाजल का छिड़काव करना बहुत ही लाभकारी माना जाता है। ऐसा करने से वास्तु दोष दूर होता है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। गंगा दशहरा के दिन पीतल के एक पात्र में गंगाजल को भरकर कमरे की उत्तर दिशा में रख दें।
गंगा दशहरा पृथ्वी पर पवित्र नदी गंगा (गंगा) के अवतरण के उपलक्ष्य में मनाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण त्योहार है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन गंगा नदी मानव जाति के पापों को साफ करने के लिए स्वर्ग से उतरी थी। यहां गंगा दशहरा से जुड़े कुछ सामान्य अनुष्ठान और प्रथाएं हैं जिन पर आप वर्ष 2023 के लिए विचार कर सकते हैं:
- गंगा स्नान: यदि आप गंगा या किसी अन्य पवित्र नदी के पास हैं, तो गंगा दशहरा के दौरान नदी में डुबकी लगाना अत्यधिक शुभ माना जाता है। मान्यता है कि इस दिन पवित्र नदी में स्नान करने से व्यक्ति के पाप धुल जाते हैं और आशीर्वाद प्राप्त होता है।
- प्रार्थना और पूजा करें: पास के गंगा मंदिर या नदी के किनारे पर जाएँ और देवी गंगा की पूजा करें। आप अगरबत्ती जलाकर, फूल चढ़ाकर और देवी गंगा को समर्पित प्रार्थना करके एक साधारण पूजा कर सकते हैं।
- उपवास रखें: कई भक्त भक्ति के प्रतीक के रूप में गंगा दशहरा पर उपवास रखते हैं। आप पूर्ण उपवास रखने का विकल्प चुन सकते हैं, केवल पानी का सेवन कर सकते हैं, या हल्का शाकाहारी भोजन खाकर आंशिक उपवास कर सकते हैं।
- जप और मंत्र जाप: देवी गंगा को समर्पित मंत्रों का जाप दिन में किया जा सकता है। कुछ लोकप्रिय मंत्रों में “ओम गंगायै नमः” और “गंगा स्तोत्रम” शामिल हैं। नियमित रूप से इन मंत्रों का जाप करने से देवी गंगा की कृपा प्राप्त हो सकती है।
- दान और दान: गंगा दशहरा के दौरान दान और दान के कार्य करना शुभ माना जाता है। आप जरूरतमंदों को भोजन, कपड़े या पैसे दान कर सकते हैं और दयालुता के अन्य कार्य कर सकते हैं।
- गंगा स्तोत्र का पाठ: देवी गंगा को समर्पित गंगा स्तोत्र का भक्ति और श्रद्धा से पाठ करें। ऐसा माना जाता है कि यह देवी के आशीर्वाद और कृपा का आह्वान करता है।
- आध्यात्मिक प्रवचन और सत्संग: आध्यात्मिक प्रवचन या सत्संग में भाग लें जहां गंगा दशहरा के महत्व और देवी गंगा की महिमा पर चर्चा की जाती है। यह त्योहार की आपकी समझ को गहरा कर सकता है और आध्यात्मिक संबंध की भावना को बढ़ावा दे सकता है।
गंगा दशहरा 2023 के दिन करें ये उपाय (Ganga Dussehra 2023 Upay)
- गंगा दशहरा के दिन घर के हर हिस्से में गंगाजल का छिड़काव करना बहुत ही लाभकारी माना जाता है। ऐसा करने से वास्तु दोष दूर होता है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
- गंगा दशहरा के दिन पीतल के एक पात्र में गंगाजल को भरकर कमरे की उत्तर दिशा में रख दें। ऐसा करने से आर्थिक संकट खत्म हो जाती है और व्यक्ति को लंबे समय से चले आ रहे कर्ज से भी मुक्ति मिलती है।
- धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, मां गंगा का उद्गम भोलेनाथ की जटाओं से होता है, इसलिए इस विशेष दिन पर भोलेनाथ को गंगाजल जरूर अर्पित करना चाहिए। ऐसा करने से भगवान शिव शीघ्र प्रसन्न होते हैं और साधक की सभी परेशानियां दूर कर देते हैं।
- घर में सकारात्मक ऊर्जा और सुख-समृद्धि के लिए गंगाजल को घर में जरूर रखना चाहिए। केवल इस बात का ध्यान रखें कि मंदिर या किसी पवित्र स्थान पर ही गंगाजल रखें। ऐसा करने से परिवार में खुशियां बनी रहती है।
ॐ जय गंगे माता, मैया जय गंगे माता।
जो नर तुमको ध्याता, मनवांछित फल पाता।
ॐ जय गंगे माता, मैया जय गंगे माता।
चंद्र सी ज्योति तुम्हारी, जल निर्मल आता।
शरण पड़े जो तेरी, सो नर तर जाता।
ॐ जय गंगे माता, मैया जय गंगे माता।
पुत्र सगर के तारे, सब जग को ज्ञाता।
कृपा दृष्टि हो तुम्हारी, त्रिभुवन सुख दाता।
ॐ जय गंगे माता, मैया जय गंगे माता।
एक बार जो प्राणी, शरण तेरी आता।
यम की त्रास मिटाकर, परमगति पाता।
ॐ जय गंगे माता, मैया जय गंगे माता।
आरति मातु तुम्हारी, जो नर नित गाता।
सेवक वही सहज में, मुक्ति को पाता।
ॐ जय गंगे माता, मैया जय गंगे माता।
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