प्राचीन समय से ही भारत के कुछ हिस्सों में तेल से मालिश करने का चलन है। हालांकि आपने अपनी दादी नानी को भी बच्चों से लेकर बड़ों तक को तेल से मालिश करते जरूर देखा होगा।ऐसा माना जाता है कि तेल से अगर शरीर का मालिश किया जाए तो इससे रक्त संचार बढ़ता है और अगर तेल को नाभि में डाला जाए तो ये हमारे शरीर को कई फायदे दिलाता है।यहां जानिए नाभि में तेल डालने के क्या हैं फायदे (Benefits of Oil in Navel) और कौन से तेल आपको नाभि (which oil is best for belly button) में डालने चाहिए।
नाभि में तेल लगाने के ये हैं फायदे | Benefits Of Putting Oil In Your Navel
नाभि में तेल लगाने के कई फायदे हो सकते हैं, जिनमें से कुछ मुख्य हैं:
- शारीरिक स्वास्थ्य का उन्नति: नाभि पर तेल लगाने से शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है। इससे शारीरिक कसावट कम होती है और मांसपेशियों को लचीलापन मिलता है।
- निरोगी नाभि: नाभि पर तेल लगाने से नाभि के चारों तरफ की त्वचा सुरक्षित रहती है और नाभि की साफ़ाई बनी रहती है।
- चिकित्सात्मक लाभ: नाभि में तेल मसाज करने से शारीरिक और मानसिक तनाव को कम किया जा सकता है। यह शांति और संतुलन को बढ़ावा देता है।
- पाचन क्रिया का समर्थन: नाभि में तेल लगाने से पाचन क्रिया को सहायक बनाया जा सकता है। इससे पेट संबंधी समस्याओं में लाभ हो सकता है।
- बच्चों के लिए स्वास्थ्यवर्धक: नाभि में तेल लगाना छोटे बच्चों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है। यह उनके पाचन को मजबूत करता है और उनकी संरचनात्मक विकास में सहायक होता है।
- मानसिक तनाव कम होता है.
नाभि, जिसे पेट का केंद्र भी कहा जाता है, शरीर का एक अत्यंत संवेदनशील हिस्सा है. इस क्षेत्र में स्पर्श करने से शरीर में एंडोर्फिन नामक हार्मोन निकलता है जो आराम पहुंचाता है. नाभि पर तेल का मालिश करने से यहां के नसों में रक्त परिसंचरण बढ़ता है और तनाव हार्मोन कम होते हैं. इससे मानसिक तनाव कम होता है और मन शांत महसूस होता है. नियमित रूप से नाभि पर तेल लगाकर मालिश करने से मन की उलझनें कम होती हैं और व्यक्ति पूरी तरह से आराम का अनुभव करता है. इसलिए नाभि पर तेल लगाना मानसिक स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद है। - ग्लोइंग चेहरा ;स्मूथ और ग्लोइंग कॉम्पलेक्शन के लिए, रोजाना आप नाभि में ऑलिव ऑयल से मसाज कर सकते हैं. ऑलिव ऑयल में भरपूर मात्रा में हेल्दी फैट्स और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो स्किन संबंधी समस्याओं से बचाते हैं और सूजन कम करते हैं।नाभि में तेल लगाने से त्वचा में पर्याप्त नमी बनी रहती है और होंठ भी ड्राई नहीं होते. इस प्रकार,आप अपने नाभि में तेल लगाकर मुलायम और ग्लोइंग त्वचा पा सकते हैं।
- जोड़ो के दर्द में राहत ;नाभि शरीर का ऐसा केंद्र है जहां से शरीर की सभी नसों में ऊर्जा का संचार होता है. इसलिए नियमित रूप से नाभि में तेल लगाने से, शरीर में ऊर्जा का संतुलित प्रवाह होता है जिससे जोड़ों के दर्द में लाभ मिलता है. नाभि क्षेत्र को तेल लगाने से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है जिससे जोड़ो तक पोषक तत्व पहुंचते हैं और दर्द से राहत मिलती है।
अधिकांश लोग सरसों का तेल, नारियल का तेल, जैतून का तेल, तिल का तेल, अजवाइन का तेल, आदि का तेल नाभि में लगाते हैं। लेकिन कौन सा तेल लगाना चाहिए, यह आपकी त्वचा और शारीरिक स्वास्थ्य के आधार पर निर्भर करता है। कुछ लोगों को अलर्जी हो सकती है और कुछ तेल विशेष त्वचा प्रकृति के लिए अधिक उपयुक्त हो सकते हैं।
नाभि में डालने के लिए तेल | Oils For Belly Button
नाभि में तेल डालने से पहले इसे किसी गीले कपड़े से अच्छी तरह साफ कर लें. नहाते समय भी नाभि को सही से साफ करना जरूरी होता है. जब नाभि साफ होगी तो उसमें से बदबू नहीं आएगी, मैल नहीं जमेगा और तेल डालने पर असर भी अच्छा दिखेगा.
बादाम का तेल
नाभि में बादाम का तेल डाला जा सकता है. बादाम के तेल (Almond Oil) को नाभि में डालने के कई फायदे होते हैं. यह तेल विटामिन ई का अच्छा स्त्रोत है और त्वचा को नुकसान पहुंचाने वाले फ्री रेडिकल्स को दूर करता है. इसके अलावा, बादाम के तेल में मौजूद फैटी एसिड्स त्वचा को रूखा-सूखा होने से बचाते हैं.
नीम का तेल
नीम को आयुर्वेदिक औषधी कहा जाता है और नीम का तेल (Neem Oil) भी उतना ही फायदेमंद होता है. एंटीफंगल, एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुणों वाले नीम के तेल को नाभि में डाला जा सकता है. कोशिश करें कि आप इस तेल को सीधा नाभि में डालने की बजाय इसे किसी और तेल के साथ मिलाकर डालें.
सरसो का तेल
घर का खानपान हो या फिर बालों की खूबसूरती, सरसो के तेल को आपने भी कई तरह से इस्तेमाल किया होगा. एक जमाना वो भी था जब सरसो के तेल को त्वचा पर भी लगाया जाता था. एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर सरसो के तेल को नाभि में डाला जा सकता है.
नारियल का तेल
फैटी एसिड्स वाले नारियल के तेल (Coconut Oil) को कई तरह से स्किन केयर और हेयर केयर का हिस्सा बनाया जाता है. इस तेल को नाभि में भी डाला जा सकता है. इसका असर त्वचा पर भी नजर आता है और पूरी सेहत के लिए भी इस तेल को नाभि में डालना अच्छा होता है.
मुहांसों के लिए नीम का तेल
नीम को त्वचा संबंधित समस्याओं को दूर करने का रामबाण उपाय माना जाता है। अगर आपके चेहरे पर मुहांसे या दाने हैं तो आपके लिए नीम का तेल बहुत फायदेमंद साबित होगा। मुहांसों से छुटकारा पाने के लिए रोज नाभि पर कुछ बूदें नीम के तेल की लगानी चाहिए।
चमकदार त्वचा दे बादाम का तेल
अक्सर तनाव, काम के बोझ या ठीक तरह से त्वचा की देखभाल न करने की वजह से चेहरा बेजान और मुरझाया हुआ लगने लगता है। इस समस्या को बादाम तेल से ठीक किया जा सकता है। अगर आप कम समय में चमकदार चेहरा पाना चाहते हैं तो अपनी नाभि पर बादाम तेल लगाएं। बादाम तेल बालों के लिए ही नहीं बल्कि त्वचा के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है।
रूखे और फटे होंठों से निजात दिलाए सरसों का तेल
अक्सर फटे होंठों के कारण शर्मिंदगी उठानी पड़ती है। कुछ लोगों के तो हमेशा ही होंठ फटे रहते हैं। अगर आप भी फटे होंठों से छुटकारा पाना चाहते हैं तो रोज अपनी नाभि पर सरसों का तेल लगाएं। ऐसा करने से फटी एडियों और रूखी त्वचा की परेशानी भी दूर होगी।
प्रजनन क्षमता बढ़ाने के लिए जैतून या नारियल का तेल
भारत में हर घर में नारियल तेल का इस्तेमाल किया जाता है। कोई बालों में नारियल तेल लगाता है तो कोई खाना पकाने में नारियल तेल का प्रयोग करता है। नाभि पर नारियल तेल की 3 से 7 बूंदें लगाने से प्रजनन क्षमता बढ़ती है, कमजोरी और बालों में रूखेपन के साथ-साथ आंखों में सूखेपन की समस्या से भी निजात मिलेगी।
घी से पाएं मुलायम त्वचा
यदि आपकी त्वचा खुरदुरी या बहुत सख्त है तो आपको नाभि पर घी लगाना चाहिए। इससे त्वचा नरम और मुलायम होती है और उसकी चमक भी बढ़ती है।
मोटापे और जोड़ों में दर्द के लिए जैतून का तेल
आजकल ज्यादातर लोग मोटापे से ग्रस्त हैं। अगर आप भी मोटापे से परेशान हैं और इसे कम करने का कोई आसान तरीका खोज रहे हैं तो अब आपकी खोज खत्म हुई। नाभि पर जैतून का तेल लगाने से मोटापे और जोड़ों में दर्द से राहत मिलती है। रात को सोने से पहले जैतून के तेल से नाभि की मालिश करें। इस उपाय से कुछ ही दिनों में मोटापे और जोड़ों में दर्द की परेशानी से राहत मिलेगी।
नाभि पर तेल लगाने का तरीका
नाभि में और इसके आसपास तेल की कुछ बूंदें डालें। आप रूई के फाहे में तेल की कुछ बूंदें डालकर उसे नाभि में लगा सकते हैं। इसे कम से कम 20 मिनट के लिए लगा रहने दें।
नाभि पर तेल लगाने से क्या होता है
दरअसल, नाभि के पीछे पेकोटि ग्रंथि पाई जाती है। ये पेकोटि ग्लैंड शरीर की कई नसों, ऊतकों और अंगों से जुड़ी होती है। इस प्रकार पेकोटि ग्रंथि बहुत शक्तिशाली होती है।
नाभि पर तेल लगाने पर पेकोटि ग्रंथि के तेल को अवशोषित करने के बाद मानसिक और शारीरिक रूप से बेहतर महसूस होता है। आंखों की रोशनी बढ़ाने, तनाव दूर करने और पाचन में सुधार लाने जैसे लाभ नाभि पर तेल लगाने से मिलते हैं।
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