पलायन के लिए विख्यात बुंदेलखंड की धरती की अब सूरत बदलेगी। सरकार की पहल पर यहां की धरती निवेशकों को भाने लगी है। अगले साल तक यहां एक हजार करोड़ रुपए के निवेश की योजना है। अब तक 252 करोड़ के निवेश के लिए कंपनियों से करार हो चुके हैं।
इसके अलावा उत्तर प्रदेश स्टेट इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (यूपीएसआईडीसी) को झांसी, ललितपुर, उरई और हमीरपुर में निवेश के कई प्रस्ताव मिले है। एक कंपनी से एमओयू भी साइन हो गया है।
एक कंपनी से हुआ करार;
गुजरात के सूरत की एक बड़ी कंपनी ने ग्रुप हाऊसिंग का प्रस्ताव यूपीएसआईडीसी को दिया है। ग्रुप हाऊसिंग प्रोजेक्ट में कंपनी उरई में 90 करोड़ और झांसी में 10 करोड़ का निवेश करने जा रही है। फिलहाल झांसी के लिए यूपीएसआईडीसी और सूरत की कंपनी जर्मिनेट इंफ्रा एनर्जी के बीच करार हो गया है। जल्द ही कंपनी झांसी में काम शुरू कर देगी।
उरई में टीएमटी सरिया उत्पादन होगा;
गाजियाबाद की कंपनी एसआर प्राइवेट लिमिटेड ने उरई में टीएमटी सरिया उत्पादन की इकाई स्थापित करने का प्रस्ताव यूपीएसआईडीसी को दिया है। कंपनी यूनिट की स्थापना में 175 करोड़ रुपए का निवेश करेगी। यहां बुंदेलखंड के 550 लोगों को रोजगार मिलेगा।
ललितपुर में सीमेंट कंपनी की यूनिट;
एक बड़ी कंपनी ललितपुर में सीमेंट की यूनिट स्थापित करना चाहती है। कंपनी ने अपना प्रस्ताव यूपीएसआईडीसी को दिया है। वहीं, हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (एचयूएल) ने हमीरपुर में इकाई स्थापित करने में रुचि दिखाई है। इसे लेकर कंपनी की यूपीएसआईडीसी से बातचीत अंतिम दौर में है।
फरवरी तक साइन होंगे कई एमओयू;
यूपीएसआईडीसी के क्षेत्रीय प्रबंधक मयंक मंगल ने बताया कि बुंदेलखंड के झांसी, जालौन, ललितपुर और हमीरपुर में निवेशकों ने इकाई की स्थापना करने में रुचि दिखाई दी। कंपनियों से बातचीत चल रही है। जो अंतिम दौर में है। अगले साल फरवरी तक उम्मीद है कि कई कंपनियों से एमओयू साइन कर लिए जाएंगे। बुंदेलखंड में इकाइयां स्थापित होने से रोजगार के अवसर भी बढेंगे।
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