अदरक (Ginger) एक बहुत ही लोकप्रिय मसाला है जिसे दुनिया भर में खाने के स्वाद और औषधीय गुणों के लिए पसंद किया जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम Zingiber officinale है। अदरक का उपयोग सदियों से विभिन्न संस्कृतियों में किया जा रहा है। यहाँ हम अदरक के कुछ लाभ और साइड इफेक्ट्स पर चर्चा करेंगे:
अदरक के फायदे – Benefits of Ginger in Hindi
1. पाचन को मजबूत करे
अदरक खाने के फायदे कई हैं, जिनमें पाचन प्रक्रिया में सुधार भी शामिल है। एनसीबीआई (National Center for Biotechnology Information) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध से यह बात प्रमाणित होती है। शोध में माना गया कि अदरक कब्ज, पेट दर्द, पेट की ऐंठन, मरोड़ व गैस जैसी कई समस्याओं से राहत दिलाने में सहायक साबित हो सकता है। वहीं, यह अपच की समस्या को ठीक करने में भी मददगार हो सकता है (1)। इस आधार पर यह माना जा सकता है कि अदरक के फायदे पेट के लिए प्रभावी हैं। साथ ही यह पाचन को मजबूत बनाने का भी काम कर सकता है।
2. कैंसर से बचाव
कैंसर से बचाव में भी अदरक का उपयोग लाभकारी परिणाम प्रदर्शित कर सकता है। दरअसल, अदरक से संबंधित चूहों पर किए गए एनसीबीआई के शोध से इस बात की पुष्टि होती है। शोध में माना गया कि अदरक में एंटी इन्फ्लामेट्री (सूजन कम करने वाला) और एंटी-कैंसर (कैंसर के प्रभाव को कम करने वाला) गुण मौजूद होता है। इस गुण के कारण अदरक स्तन कैंसर, गर्भाशय के कैंसर और लिवर कैंसर से बचाव में सकारात्मक प्रभाव प्रदर्शित कर सकता है (2)। इस आधार पर यह कहना गलत नहीं होगा कि अदरक खाने के फायदे कुछ हद तक कैंसर से बचाव में मददगार साबित हो सकते हैं। हालांकि, इसे कैंसर का इलाज नहीं कहा जा सकता।
नोट :- कैंसर एक घातक और जानलेवा बीमारी है, इसलिए इसका डॉक्टरी परामर्श पर इलाज किया जाना अनिवार्य है।
3. अल्जाइमर में पहुंचाए लाभ
अल्जाइमर दिमाग से संबंधित एक तंत्रिका विकार है, जिसमें बढ़ती उम्र के साथ लोगों में भूलने की समस्या देखी जाती है। अदरक का उपयोग कर इस समस्या के बढ़ते प्रभाव को काफी हद तक नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है। इस बात को अदरक से संबंधित एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध में भी स्वीकार किया गया है। शोध में माना गया कि अदरक में जिंजरोल, शोगोल और जिंजरोन जैसे कई फाइटोकेमिकल्स मौजूद होते हैं, जो दिमाग को संदेश पहुंचाने वाले न्यूरोन की प्राकृतिक क्षति को रोकने में मदद कर सकते हैं। इससे अल्जाइमर की समस्या में काफी हद तक राहत मिल सकती है । इस आधार पर यह माना जा सकता है कि अदरक का उपयोग कर अल्जाइमर के प्रभाव को कुछ हद तक नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है।
4. मतली व उल्टी में पहुंचाए आराम
मतली व उल्टी की समस्या में भी जिंजर के फायदे हासिल किए जा सकते हैं। यह बात इंटीग्रेटिव मेडिसिन इनसाइट्स द्वारा किए गए एक शोध से प्रमाणित होती है। शोध में पाया गया कि अदरक में एंटीएमेटिक (मतली और उल्टी के आभास को कम करने वाला) प्रभाव पाया जाता है। इस प्रभाव के कारण अदरक मुख्य रूप से गर्भावस्था और कीमोथेरेपी के बाद होने वाली मतली की समस्या से राहत दिला सकता है। ऐसे में यह कहा जा सकता है कि अदरक का उपयोग कर मतली व उल्टी की समस्या से राहत पाने में मदद मिल सकती है।
5. दर्द को करे कम
यूनाइटेड स्टेट के नेब्रास्का विश्वविद्यालय द्वारा एक शोध में पाया गया कि अदरक में एनाल्जेसिक (दर्दनिवारक) गुण पाया जाता है। इस गुण के कारण अदरक खिलाड़ियों में अधिक तनाव के कारण होने वाले मांसपेशियों के दर्द पर व्यापक प्रभाव छोड़ सकता है (5)। वहीं, दूसरी ओर तेहरान के शाहेद विश्विद्यालय द्वारा किए गए शोध में माना गया कि अदरक मासिक धर्म के दर्द को नियंत्रित कर सकता है । इन दोनों तथ्यों को देखते हुए यह कहना गलत नहीं होगा कि अदरक के औषधीय गुण मांसपेशियों में खिंचाव, तनाव व सूजन के कारण होने वाले दर्द को कम करने में मदद कर सकते हैं।
6. मासिक धर्म में अदरक के फायदे
जैसा कि हम आपको लेख में पहले भी बता चुके हैं कि अदरक में दर्दनिवारक और सूजन को कम करने वाले गुण मौजूद होते हैं। यह गुण मांसपेशियों के खिंचाव और तनाव को दूर करने के साथ-साथ मासिक धर्म के दौरान होने वाले दर्द से राहत दिलाने में भी सहायक साबित हो सकते हैं । ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि मासिक धर्म की पीड़ा से बचाव के लिए भी जिंजर के फायदे कारगर साबित हो सकते हैं।
7. माइग्रेन के लिए
लेख में ऊपर आपको बताया जा चुका है कि अदरक में दर्दनिवारक गुण मौजूद होते हैं। यही दर्दनिवारक गुण माइग्रेन की समस्या भी सहायक साबित हो सकता है। एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित अदरक से संबंधित एक शोध में इस बात का जिक्र मिलता है। शोध में माना गया कि अदरक का रस माइग्रेन के तीव्र दर्द को नियंत्रित कर आराम पहुंचाने का काम कर सकता है ऐसे में यह कहा जा सकता है कि माइग्रेन पीड़ित के लिए अदरक का सेवन लाभदायक साबित हो सकता है।
8. हृदय स्वास्थ्य बनाए रखे
हृदय स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए भी अदरक का सेवन किया जा सकता है। दरअसल, विशेषज्ञों के मुताबिक अदरक के औषधीय गुण कई हैं। इनमें सूजन, मुक्त कणों का प्रभाव, खून जमने की प्रक्रिया, बढ़ा हुआ ब्लड प्रेशर और लिपिड को नियंत्रित करने की क्षमता शामिल है। यह सभी प्रभाव संयुक्त रूप से हृदय स्वास्थ्य को प्रभावित कर उसे स्वास्थ्य बनाए रखने में मदद कर सकते हैं । इस आधार पर यह माना जा सकता है कि अदरक का सेवन कर हृदय स्वास्थ्य को बरकरार रखने में मदद मिल सकती है।
9. कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करे
लेख में आपको पहले ही बताया जा चुका है कि अदरक में हाइपोटेंसिव (ब्लड प्रेशर कम करने वाला) प्रभाव पाया जाता है । वहीं, अदरक से जुड़े एक अन्य शोध में माना गया कि अदरक का रस लिपिड को नियंत्रित करने के साथ ही बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल को कम करने में भी मदद कर सकता है । इन दोनों तथ्यों को देखते हुए यह माना जा सकता है कि अदरक कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर, दोनों को नियंत्रित करने में सकारात्मक प्रभाव प्रदर्शित कर सकता है।
10. आर्थराइटिस में मददगार
लेख में हम आपको पहले ही बता चुके हैं कि अदरक में एंटीइन्फ्लामेट्री (सूजन कम करने वाला) और एनाल्जेसिक (दर्दनिवारक) दोनों गुण मौजूद होते हैं। इन दोनों गुणों के कारण अदरक आर्थराइटिस यानी जोड़ों में दर्द से राहत दिलाने में भी मदद कर सकता है। इस बात का प्रमाण एनसीबीआई के एक शोध से मिलता है। शोध में माना गया है कि अदरक अन्य शारीरिक समस्याओं के साथ ही आर्थराइटिस की समस्या से भी राहत दिलाने का काम कर सकता है। हालांकि, यह इस समस्या में कितना प्रभावी है, इस विषय पर अभी और शोध किए जाने की आवश्यकता है
11. डायबिटीज नियंत्रण में सहायक
ईरानियन जर्नल ऑफ फार्मास्युटिकल रिसर्च द्वारा अदरक पर की गई एक रिसर्च में इसे डायबिटीज पर प्रभावी पाया गया है। शोध में माना गया कि यह बढ़े हुए ब्लड शुगर की मात्रा को नियंत्रित करने के साथ ही इन्सुलिन की सक्रियता को बढ़ाने का भी काम कर सकता है । इस तरह यह व्यापक रूप से डायबिटीज की समस्या में प्रभावी साबित हो सकता है।
12. वजन घटाने में मददगार
बढ़ते हुए वजन को नियंत्रित कर उसे कम करने में भी अदरक का इस्तेमाल फायदेमंद साबित हो सकता है। अदरक से संबंधित एनसीबीआई की वेबसाइट पर एक शोध से इस बात की पुष्टि होती है। शोध में माना गया है कि अदरक एक फैट बर्नर की तरह काम कर सकता है और पेट, कमर और कूल्हों पर जमी चर्बी को कम करने में सहायक साबित हो सकता है। वहीं, यह मोटापा पैदा करने वाले जोखिमों को दूर रखने में भी मदद कर सकता है । इस आधार पर यह कहा जा सकता है कि अगर संतुलित खान-पान के साथ अदरक का सेवन किया जाए, तो निश्चित तौर पर वजन कम करने में मदद मिल सकती है। आप चाहे तो वजन कम करने के लिए अदरक को डिटॉक्स ड्रिंक में भी शामिल कर सकते हैं।
13. प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाए
अदरक का सेवन कर शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बनाए रखने में भी मदद मिल सकती है। इस बात की पुष्टि इंटरनेशनल जर्नल ऑफ प्रिवेंटिव मेडिसिन द्वारा किए गए एक शोध से होती है। शोध में पाया गया कि अदरक में एंटीऑक्सीडेंट (मुक्त कणों को नष्ट करने वाला) और एंटीइन्फ्लामेट्री (सूजन कम करने वाला) गुण तो पाया ही जाता है। साथ ही इसमें इम्यूनोन्यूट्रीशन (Immunonutrition) गुण भी मौजूद होता है। यानी यह प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ावा देने में भी मददगार साबित हो सकता है (13)। इसके लिए आप अदरक के पाउडर का चाय या काढ़ा में इस्तेमाल कर सकते हैं।
14. इन्फेक्शन से करे बचाव
अदरक को सालों से कई शारीरिक समस्याओं से राहत पाने के लिए इस्तेमाल में लाया जाता रहा है। इन समस्याओं में इन्फेक्शन से बचाव भी शामिल है। विशेषज्ञों के मुताबिक अदरक में एंटीमाइक्रोबियल (बैक्टीरिया को नष्ट करने वाला) गुण मौजूद होता है। इस कारण यह विभिन्न प्रकार के बैक्टीरिया से होने वाले संक्रमण से बचाव करने में मदद कर सकता है । वहीं, ताइवान की एक मेडिकल यूनिवर्सिटी की रिसर्च में भी पाया गया है कि ताजे अदरक का अर्क एचआरएसवी (ह्यूमन रेस्पिरेटरी सिनसाइटियल वायरस) के प्रभाव को कम कर सकता है ।
दूसरी ओर फूड साइंस एंड रिसर्च के एक शोध से इस बात पता चलता है कि अदरक के गुण सामान्य सर्दी, जुकाम, गले की खराश और बुखार के संक्रमण से भी बचाव में कारगर साबित हो सकते हैं। सर्दी या बुखार के संक्रमण से बचने के लिए अदरक का शहद के साथ सेवन करना फायदेमंद साबित हो सकता है।
15. त्वचा के लिए लाभकारी
बेदाग और कील मुंहासों से रहित त्वचा पाने के लिए भी अदरक का इस्तेमाल फायदेमंद साबित हो सकता है। विशेषज्ञों के मुताबिक मुंहासे और दाग धब्बों की समस्या से राहत दिलाने में अदरक का इस्तेमाल सकारात्मक प्रभाव प्रदर्शित कर सकता है। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि मुंहासों की समस्या में अदरक किस तरह से काम करता है। इसलिए, इस संबंध में अभी और शोध किए जाने की आवश्यकता है । हालांकि, इस आधार पर यह कहना गलत नहीं होगा कि अदरक का सेवन त्वचा पर होने वाली इन समस्याओं से राहत दिलाने में कुछ हद तक फायदेमंद साबित हो ही सकता है।
16. बालों के लिए फायदेमंद
जैसा कि हम आपको लेख में पहले भी बता चुके हैं कि अदरक में एंटीमाइक्रोबियल (सूक्ष्म बैक्टीरिया को नष्ट करने वाला) गुण पाया जाता है । वहीं, विशेषज्ञों के मुताबिक बैक्टीरियल इन्फेक्शन के कारण भी बाल झड़ने की समस्या देखी जा सकती है (18)। ऐसे में अगर कोई बैक्टीरियल इन्फेक्शन के कारण बाल झड़ने की समस्या से परेशान है, तो यह अदरक के गुण मददगार साबित हो सकते हैं।
अदरक के पौष्टिक तत्व – Ginger Nutritional Value in Hindi
नीचे दिए गए चार्ट के माध्यम से आप अदरक के पौष्टिक तत्व के बारे में विस्तार से जान पाएंगे
पोषक तत्व | यूनिट | मात्रा प्रति 100 ग्राम |
---|---|---|
पानी | g | 78.89 |
एनर्जी | Kcal | 80 |
प्रोटीन | g | 1.82 |
टोटल लिपिड (फैट) | g | 0.75 |
कार्बोहाइड्रेट | g | 17.77 |
फाइबर (टोटल डायट्री) | g | 2 |
शुगर | g | 1.7 |
मिनरल | ||
कैल्शियम | mg | 16 |
आयरन | mg | 0.6 |
मैग्नीशियम | mg | 43 |
फास्फोरस | mg | 34 |
पोटेशियम | mg | 415 |
सोडियम | mg | 13 |
जिंक | mg | 0.34 |
कॉपर | mg | 0.226 |
मैगनीज | mg | 0.229 |
सेलेनियम | µg | 0.7 |
विटामिन | ||
विटामिन सी | mg | 5 |
थियामिन | mg | 0.025 |
राइबोफ्लेविन | mg | 0.034 |
नियासिन | mg | 0.75 |
विटामिन बी-6 | mg | 0.16 |
फोलेट (डीएफई) | µg | 11 |
विटामिन ई | mg | 0.26 |
विटामिन के | µg | 0.1 |
लिपिड | ||
फैटी एसिड (सैचुरेटेड) | g | 0.203 |
फैटी एसिड (मोनोअनसैचुरेटेड) | g | 0.154 |
फैटी एसिड (पॉलीसैचुरेटेड) | g | 0.154 |
अदरक का उपयोग – How to Use Ginger in Hindi
निम्न बिंदुओं के माध्यम से अदरक का उपयोग करने का तरीका आसानी से समझा जा सकता है।
सब्जी में तड़का लगाने के लिए अदरक का उपयोग किया जा सकता है।
अदरक का अचार बनाकर इसे अपने आहार में शामिल किया जा सकता है। यह स्वादिष्ट भी लगेगा और इससे अदरक के फायदे भी हासिल होंगे।
इसके अलावा, अदरक की चाय बनाकर पी सकते हैं।
वहीं, अदरक के पाउडर का भी सेवन किया जा सकता है।
इसके अलावा, अदरक को लंबा और पतला काट कर, फिर इस पर नमक-मिर्च और अपनी पसंद का मसाला लगाकर धूप में सुखा लें। फिर इसे आप कभी भी खा सकते हैं।
मात्रा – सामान्य रूप से दिन में 100 एमजी से लेकर दो ग्राम तक अदरक का सेवन किया जा सकता है
अदरक का तेल बनाने की विधि
नीचे जानिए अदरक का तेल बनाने का आसान तरीका –
सामग्री
एक कप कसा हुआ अदरक
200 मिली जैतून का तेल
बनाने का तरीका
एक बर्तन में जैतून का तेल लें और उसमें कसा हुआ अदरक डाल दें।
अब तेल से भरे इस बर्तन को गैस पर चढ़ा कर अच्छे से गर्म करें।
जब पकाते हुए तेल करीब आधा बचा रह जाए, तो उसे गैस से उतार लें और छानकर किसी बर्तन में अलग कर लें।
ठंडा हो जाने पर अदरक का तेल किसी बोतल में भरकर रख सकते हैं।
सोंठ बनाने की विधि
सोंठ बनाने के तरीके को निम्न प्रकार से आसानी से समझा जा सकता है।
सामग्री
100 ग्राम अदरक
चूने का पानी (आवश्यकतानुसार)
नींबू के रस का पानी (आवश्यकतानुसार)
बनाने का तरीका
सबसे पहले अदरक की ऊपरी परत को चाकू से छील लें।
अब इसे करीब 24 घंटे के लिए पानी से भरे बर्तन में डालकर छोड़ दें।
समय पूरा होने के बाद अदरक को पानी से निकालकर, नींबू का रस मिले पानी से अच्छे से धोएं।
अब इसे चूने के पानी में डुबोकर छोड़ दें।
इसे चूने के पानी में तब तक भीगने दें, जब तक अदरक पर चूने की सफेद परत न आ जाएं।
अब इसे चूने के पानी से निकाल कर धूप में सूखने के लिए छोड़ दें।
अच्छी तरह सूख जाने के बाद टाट से रगड़कर इस पर बचे हुए छिलके को भी अलग कर दें।
अब सोंठ इस्तेमाल के लिए तैयार है, जिसे उपयोग कर सोंठ के फायदे हासिल किए जा सकते हैं।
अदरक की चाय बनाने का आसान तरीका कुछ इस प्रकार है –
सामग्री
दो कप पानी
एक चम्मच कूटा हुआ अदरक
दो चम्मच चीनी
दो इलायची
दो चम्मच चाय पत्ती
एक कप दूध
बनाने का तरीका
टी पैन में पानी डालकर उसे गैस पर चढ़ा दें।
जब पानी थोड़ा गर्म हो जाए, तो उसमें अदरक और चीनी डाल दें।
जब पानी में उबाल आने लगे, तो उसमें इलायची को कूटकर डाल दें और दूध मिला दें।
थोड़ी देर तक इसे अच्छी तरह पकाएं।
अच्छी तरह पक जाने के बाद आप तैयार चाय को छानकर कप में निकाल लें।
अदरक को लम्बे समय तक सुरक्षित कैसे रखें
अदरक को लंबे समय तक सुरक्षित रखने के लिए निम्न बातों को अपनाया जा सकता है।
अदरक को हमेशा वैक्यूम या एयरटाइट डिब्बे में रखें।
चाहें तो इसे सुरक्षित रखने के लिए एयरटाइट पॉलीबैग का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
फ्रिज में रखकर भी अदरक को करीब एक हफ्ते के लिए सुरक्षित किया जा सकता है।
अदरक के टुकड़े काटकर उसे फ्रीजर में जमा दें। इस तरीके से भी अदरक को लंबे समय तक सुरक्षित किया जा सकता है।
वहीं, अचार या सोंठ बनाकर भी अदरक को लंबे समय के लिए सुरक्षित रखा जा सकता है
अदरक के नुकसान – Side Effects of Ginger in Hindi
अधिक सेवन के कारण अदरक के नुकसान भी देखने को मिल सकते हैं, जो कुछ इस प्रकार हैं।
- अदरक में ब्लड शुगर कम करने का गुण होता है, इसलिए डायबिटीज की दवा लेने वालों में इसका अधिक सेवन अदरक के नुकसान के तौर पर लो ब्लड शुगर का कारण बन सकता है ।
- विशेषज्ञों के मुताबिक अदरक खून को पतला करने का भी काम कर सकता है। इस कारण कुछ महिलाओं को इसके अधिक सेवन से मासिक धर्म में अधिक रक्त स्त्राव की समस्या हो सकती है ।
- यह ब्लड प्रेशर को कम करने का काम कर सकता है, इसलिए ब्लड प्रेशर कम करने वाली दवा लेने वाले लोगों को इसके सेवन में सावधानी बरतनी चाहिए।
- वैसे तो यह त्वचा के लिए फायदेमंद है, लेकिन कुछ विशेष खाद्य से एलर्जी की समस्या वाले लोगों में अदरक के नुकसान के तौर पर कुछ एलर्जिक प्रभाव देखे जा सकते हैं।
इस लेख को पढ़ने के बाद अब तो आप अदरक के फायदे और नुकसान अच्छे से समझ गए होंगे। साथ ही आपको अदरक के औषधीय गुण भी पता चल गए होंगे। फिर सोचना क्या, लेख में सुझाए गए तरीकों को अपनाकर आप इसे आसानी से अपने जीवन में शामिल कर सकते हैं। वहीं, इसके सेवन के बाद अगर कोई दुष्प्रभाव सामने आता है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। उम्मीद करते हैं कि यह लेख आपके स्वास्थ्य को बनाए रखने में काफी हद तक उपयोगी साबित होगा। इस लेख को अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ शेयर करना न भूलें।
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